छत्तीसगढ़ के कवर्धा में हुए हादसे में मृत लोगों की संख्या 18 हो गई है। मृतकों में 17 महिला और एक पुरुष शामिल है। बता दें कि कुकदूर थाना क्षेत्र में पिकअप पलटने से 13 मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि 9 घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां पर पांच ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। गंभीर रूप से 4 घायलों को बेहतर उपचार के लिए हायर सेंटर रेफर किया गया है।
दरअसल, ये पूरी घटना कवर्धा जिले के कुकदूर थाना क्षेत्र के बाहपानी घाटी की है। यह एरिया पंडरिया विकासखंड में आता है। सेमरहा गांव के रहने वाले मजदूर तेंदूपता तोड़ने बाहपानी के जंगल पहुंचे थे। सभी पिकअप में सवार थे। वापसी में बाहपानी घाटी में मोड़ पर पिकअप अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। हादसे में 18 मजदूरों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि ड्राइवर सुरक्षित है। प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि ब्रेक फेल हो गया था और लग नहीं रहा था। ड्राइवर ने आवाज देकर कहा कि ब्रेक फेल हो गया है आप लोग कूद जाइए। इसमें महिलाएं कूद नहीं पाई। जिसके चलते महिलाओं में मृतिको की संख्या ज्यादा है।
हादसे की खबर मिलाने की बाद मौके पर कुकदुर पुलिस पहुंची है। साथ ही प्रत्यक्षदर्शी की सूचना पर घटनास्थल से तीन किलोमीटर दूर स्थित एक अस्पताल के डॉक्टरभी पहुंचे थे। घटना स्थल से जिला मुख्यालय कवर्धा की दूरी 70 किलोमीटर और ब्लॉक मुख्यालय पंडरिया की दूरी मात्र 35 किलोमीटर है।
मृतकों में 48 वर्षीया मिला बाई, 40 वर्षीया टीकू बाई, 45 वर्षीया सिरदारी गोंड, 35 वर्षीय जनीमा बाई, 60 वर्षीया मुंगिया बाई, 62 वर्षीया झंगलो बाई, 50 वर्षीया सिया बाई, 15 वर्षीया किरण, 35 वर्षीय पटोरीन बाई, 48 वर्षीया घनईया बाई, 35 वर्षीया शांति बाई, 40 वर्षीया प्यारी बाई, 16 वर्षीया सोनम बाई है। सभी आदिवासी गोंड समुदाय से आते है।
जबकि घायलों में 45 वर्षीया मुन्नी बाई, 52 वर्षीया धान बाई, 22 वर्षीया ममता, 50 वर्षीय गुलाब सिंह है। सभी ग्राम सेमरहा विकासखंड पंडरिया निवासी है।
मामले में श्याम सिंह मारकम ने टूटकर दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। और घायलों को बेहतर इलाज मिले ऐसा सरकार से और प्रशासन से मांग की है